नगर पंचायत खीरी के बाशिंदों को जान का खतरा, नगर पंचायत प्रशासन की लापरवाही के चलते उत्पन्न हो रहा है खतरा
खीरी टाउन- खीरी। खीरी टाउन के बाशिंदों को जान का खतरा बना हुआ है। उसका कारण है नगर पंचायत द्वारा सड़कों पर जगह-जगह लगाए गए कूड़े के ढेर। जहाँ संक्रामक रोगों को बढ़ावा मिल रहा है। वही मोहल्ला शेख सराय में कूड़े वाली सड़क पर लगा ट्रांसफार्मर भी मौत का कारण
बन सकता है। प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत अभियान के तहत जहां सरकार हर नगर पंचायत पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वही खीरी नगर पंचायत प्रधानमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगाते खुद ही दिखाई दे रहे हैं। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा कस्बा खीरी के आधा दर्जन से अधिक सड़कों पर खुद ही मुहल्लों से एकत्रित कुड़ा डाला जा रहा है। यह कूड़ा 24- 24 घंटे इस बरसात के मौसम में सड़कों पर फैला खुलेआम संक्रामक रोगों को दावत दे रहा है। खीरी में संक्रामक एवं संचारी रोगों के चलते दर्जनों लोग बीमार हैं और जिंदगी- मौत से संघर्ष कर रहे हैं। इसमें सबसे खतरनाक स्थिति शेखसराय की कूड़े वाली सड़क का है जहां सड़क पर एक तरफ कूड़े का ढेर है और दूसरी तरफ बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है। बारिश में कूड़े से कूड़े और ट्रांसफार्मर के बीच से बचते बचाते लोग अपनी जिंदगी से खेलते साफ दिखाई दे रहे हैं।
पीस कमेटी की मीटिंग मे ईओ ने किया था इसके समाधान का वादा खीरी टाउन खीरी।
ऐसा नहीं कि नगर पंचायत प्रशासन इससे अनभिज्ञ है। बीते दिनों पुलिस चौकी पर आयोजित की गई पीस कमेटी की बैठक में कस्बा खीरी के नागरिकों ने इस खतरे से अधिशासी अधिकारी को अवगत कराया था, जहाँ उन्होंने वादा किया था कि समस्या का समाधान किया जाएगा बावजूद इसके यह समस्या जहां लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है कर रही है वही अधिशासी अधिकारी के झूठे वादे को भी दर्शा रही है।